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Saturday 31 August 2013

भारत का अर्थ

=========== भारत का अर्थ ==========
..... मेरे आत्मीय बंधुओं , आप सभी को यथोचित अभिवादन ...
..... हिन्दुस्तान का नाम ' भारत ' क्यों पड़ा , और ' भारत ' शब्द का अर्थ क्या है ?
..... ' भा ' शब्द का अर्थ है , प्रकाश या तेज अर्थात ज्ञान , और ' रत ' शब्द का अर्थ है 'प्रेमी ' या ' लगा हुआ ' . इस प्रकार जो ज्ञान का प्रेमी है , या ज्ञान में लगा हुआ है , वह " भारत " कहा जाता है .....जैसे कार्य रत , अर्थात कार्य में लगा हुआ ....
..... विश्व में भारत एक ऐसा देश है , जो सृष्टि के आदिकाल से ज्ञान के शोध एवं अनुसंधान का केंद्र रहा है . भारत के ऋषि - मुनियों , सिद्ध महात्माओं की आज भी दुनियाँ में ख्याति है . उनके द्वारा संगृहीत एवं रचित वांग्मय में , वेदों , स्मृतियों , ब्राह्मणों , आरण्यकों , उपनिषदों , आगम शास्त्र ग्रन्थ , और पुराणों जैसे अनुपम साहित्य को देख कर आश्चर्य होता है .
..... ' संगीत' और ' कला ' के क्षेत्र में भी जो ' ज्ञान ' भारत में उपलब्ध है, वह जगत के किसी भी देश में उपलब्ध नहीं है .
..... यहाँ तक कि आधुनिक तकनीक भी भारत की देन है . जिसके अंतर्गत , " मिसाइल , विमान , आग्नेयास्त्र , कंप्यूटर आदि आते हैं...
..... पृथ्वी के अलावा सशरीर अन्य ग्रहों पर जाने में भी सर्वप्रथम भारत के लोग ही कामयाब हुए थे . नचिकेता का प्रमाण सामने है .
..... जब विश्व के अन्य देशों के वासी जंगल में जंगली जीवन में रहते थे , वस्त्र आदि पहनना तक नहीं जानते थे , तब भारत सभ्य और सुसंस्कृत हो चुका था , और अपना संविधान बना चुका था . मनु स्मृति , विष्णु स्मृति, अत्रि स्मृति , हारीत स्मृति आदि ...
..... इतिहास संजोने का तो प्रत्यक्ष प्रमाण है कि राजा विक्रमादित्य द्वारा प्रचलित संवत इस समय ' २०७० ' चल रहा है , और ईश्वीय सन २०१३ है जो कि संवत से ५७ वर्ष बाद शुरू होता है .
..... ऐसे देश का नाम ' भारत ' पड़ा यह सर्वथा उचित ही है .
..... कालान्तर में यहीं पर ' भरत ' नाम के एक प्रतापी राजा हुए जिससे लोगों की यह धारणा बन गयी कि उन्हीं के नाम पर इस देश का नाम ' भारत ' रखा गया . यही नहीं भारत के रहने वालों को ' भरत वंशी ' भी कहा जाने लगा .
..... किन्तु मूलत: ' भारत ' शब्द से तात्पर्य है ' ज्ञानोपासक ' .....
..... जयति भारत ......द्वारा - पं. विजय त्रिपाठी 'विजय'

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